जगत में हर कोई ही है ये करता प्रयास, सर्वांगीण सकारात्मक हो उसका विकास। जगत में हर कोई ही है ये करता प्रयास, सर्वांगीण सकारात्मक हो उसका विकास।
*जीवन मूल्य* *जीवन मूल्य*
विदेशो में भी आरंभ हुए भारत के उद्योग विदेशो में भी आरंभ हुए भारत के उद्योग
अपनी अनुपस्थिति से सबको व्याकुल कर देता है। अपनी अनुपस्थिति से सबको व्याकुल कर देता है।
मेरे शब्द सितार के तार थे पुस्तक की लय के लिए। उनके पास समय न था, किसी की विनय के लिए। मेरे शब्द सितार के तार थे पुस्तक की लय के लिए। उनके पास समय न था, किसी ...
अब देखें, क्या है आने वाला कल, ठानी है, मंज़िल पाने की, हर क्षण, हर पल ।। अब देखें, क्या है आने वाला कल, ठानी है, मंज़िल पाने की, हर क्षण, हर पल ।।